फरीदाबाद। बड़खल विधानसभा के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी चौ. विजय प्रताप सिंह ने कहा है कि सरकार द्वारा प्रदेश के युवाओं को निजी क्षेत्र में 75 फीसदी आरक्षण दिन जाने का प्रस्ताव को मंजूरी देना व्यवाहरिक नहीं है।
Haryana government is working to divide country: Vijay Pratap
उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास में बाहर से आए लोगों का भी बहुत योगदान है। फरीदाबाद, गुडग़ांव के साथ प्रदेश में जहां औद्योगिक क्राति आई, औद्योगिक शहर विकसित हुए हैं, उनमें बाहर से आए लोगों का बहुत योगदान है। उन्होंने प्रदेश के चहुंमुखी विकास में अपनी भागेदारी निभाई है।
मीडिया से बात करते हुए विजय प्रताप सिंह ने कहा कि 75 फीसदी आरक्षण दिए जाने का प्रस्ताव व्यवाहरिक नहीं लगता, 20 -25 फीसदी आरक्षण दिया जाने तक तो सही था। ऐसे प्रस्ताव लाने से ऐसा लगता है कि जैसे देश के अलग-अलग टुकड़े हो रखे हैं। जबकि हम सब एक ही देश के वासी हैं। ऐसी भावना पैदा नहीं होनी चाहिए। हरियाणा के विकास में सभी का योगदान है।
पत्रकार के एक सवाल का जवाब देते हुए चौ. विजय प्रताप सिंह ने कहा कि दीन दयाल योजना का प्रारूप भी गलत है। इस योजना के प्रारूप को नई टाऊनशिप में लाना चाहिए, क्योंकि पुरानी टाऊनशिप में आबादी के हिसाब से मूलभूत ढांचा कमजोर है। चाहे सीवर की समस्या हो या पानी की। पुरानी टाऊनशिप में ऐसी योजना लाने से व्यवस्था गड़बड़ा जाएगी।
चीन के मुददे पर बोलते हुए विजय प्रताप सिंह ने कहा कि मोदी जी पहले कह रहे थे कि चीन की सेना भारत की सीमा में घुसी नहीं है। अगर चीन सेना भारत में घुसी नहीं है, तो आज इस बात का गुणगान क्यों किया जा रहा है कि चीन की सेना को भारत की सीमा से दो किलोमीटर पीछे धकेल दिया गया है। इसमें सच्चाई स्पष्ट होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पूरा देश, विपक्ष और देश के लोग भारतीय सेना के साथ खड़े हैं, लेकिन देश की जनता के सामने सच्चाई आनी चाहिए।
उन्होंने देश में चाइना के समान का बहिष्कार किए जाने का समर्थन करते हुए चाइना के साथ सभी प्रकार के व्यापार पर रोक लगाने की मांग की। और कहा कि भारत खुद अपने आप में सक्षम है।